राजपूत एक संस्कृत शब्द राज-पुत्र से लिया गया है, जिसका अर्थ है एक सम्राट का पुत्र राजपूतों को उनके साहस, वफादारी और राजशाही के लिए सराहा गया। वे योद्धा थे, जो युद्धों में लड़ते थे और शासन की जिम्मेदारियों का निरीक्षण करते थे।
भारत में बस एक ही शक्तिशाली वंश पैदा हुआ था जिसने पूरे भारत पर राज किया हो और वह वंश था, गुर्जर-प्रतिहार राजवंश के समाप्त होने के बाद, इस युग में भारत अनेक छोटे बड़े राज्यों में विभाजित हो गया जो आपस मे लड़ते रहते थे। इनके राजा ‘राजपूत'(राजपुत्र का भ्रष्ट शब्द) कहलाते थे तथा सातवीं से बारहवीं शताब्दी के इस युग को ‘राजपूत युग’ कहा गया है।
आज हम आपके लिए Rajput Shayari (राजपूत शायरी) का बेहतरीन संग्रह लाये हैं इस पोस्ट में आपको शायरी के साथ-साथ राजपूत स्टेटस की तस्वीरें भी मिलेंगी। दोस्तों, इसे अंत तक पढ़ें और इन शायरी को अपने दोस्तों और पार्टनर के साथ सोशल मीडिया पर शेयर करें। तो चलिए पढ़ते हैं इन शायरियों को ।
Rajputana Shayari
राजपूत के जीने का तरीका थोड़ा अलग है,
हम उमीद पर नहीं अपनी जिद पर जीते है !
कहानियाँ छोटे और अमीर लोगों द्वारा लिखी जाती हैं,
हम राजपूत हैं हमारा इतिहास लिखा जाएगा !
पंगा लेना गोली की रफ़्तार से,
पर कभी मत टकराना राजपूत की तलवार से !
बेशक हमारे जैसे कपड़े और आभूषण पहनो,
लेकिन राजपूत चीते कहाँ से पाओगे !
ठण्ड उनको लगती है जिनके कर्मो में दाग है,
हम तो राजपूत हैं हमारे खून में भी आग है !
तुम सोच भी नहीं सकते की हमारी क्या औकात है,
कंधे पे दुनाली और राजपूत हमारी जात है !
यमराज से जो डरे उसे यमदूत कहतें हैं,
यमराज जिसे डरे उसे राजपूत कहतें हैं !
न बारूद न गोली न ही बम रखतें हैं,
एक तो हम राजपूत दूसरा जिगरे में दम रखतें हैं !
राजपूत शायरी
तेरी अकड़ मेरे पैर की धूल,
हम Rajput है बेटा ये मत भूल !
तेवर न दिखाओ तो लोग,
आँख दिखाने लग जाते हैं !
गोली की रफ़्तार से भाड़ फोड़ना,
लेकिन राजकुमार की तलवारों से कभी नहीं !
तेरा अहंकार मेरे जन्म का ढोल है,
बेटा यह मत भूलो कि हम राजपूत हैं !
ताज कि फिकर तो बादशाहों को होती है,
हम तो राजपूत हैं और,
राजपूत अपनी सियासत खुद लेकर चलते हैं !
घर अधूरा खाट बिना,
तराजू अधूरा बाट बिना,
राजा अधूरा ठाठ बिना,
देश अधूरा राजपूत के बिना !
बन के राजपूत लिया है जन्म,
बलिदान का सिलसिला रुकने ना दूंगा,
माँ भवानी की कृपा है मुझ पर,
अपने पुरखों का गर्वमस्तक झुकने ना दूंगा !
पानी नहीं हम सैलाब है,
लहू हमारा एक आग है,
हम और हमारा राजपुताना कहानी नहीं,
हमसे तो पूरा इतिहास है !
हमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग है,
हम उमीद पर नहीं अपनी जिद पर जीते है !
पंगा लेना गोली की रफ़्तार से,
पर कभी मत टकराना राजपूत की तलवार से !
न कोई सुनवाई होगी और न कोई गवाह,
जो राजपूत से झगड़ा करता है,
निरंतर रहेगा !
हम राजपूत है हमें दोस्तों को जज़्बात दिखाना आता है,
और दुश्मनो को उनकी औकात दिखाना आता है !
Shayari Rajput Ki
ये आवाज नही राजपूत कि दहाड़ है,
अकेले भी खडे सामने हो जाये तो पहाड़ है !
मसला यही की हर महफिल में खौफ रखतें हैं,
हम राजपूत हैं जनाब हम लड़कियों का नहीं,
मुछो का सौक रखतें हैं !
सानपत्ती तो ओछे लोग दिखाते है मैं तो,
छोरा राजपूत का हूँ सीधा गदर मचाता हूँ !
राजपूती का नशा गरीब पर लगे कर्ज की तरह है,
तो उतरने की बजाय बढ़ता ही जाता हैं !
न आफत मोल लेना बंदूक की गोली से,
भूल के भी मत टकराना रजपूती टोली से !
राजपूत कभी इतिहास लिखते नहीं,
बल्कि रोजाना बनाते हैं !
मजबूर मत कर राजपूत हूँ मुड के भी देखा,
तो लाल,पीला, नीला एक साथ ही हो जावेगा !
हमारा जो रुतवा कल था वही रुतवा आज है,
ज़िंदगी का मजा ले दोस्त जब तक राजपूतो का राज है !
बंगले, गाडी तो राजपूत की घर घर की कहानी हैं,
तभी तो दुनिया राजपूत की दिवानी हैं,
अरे मिट गये राजपूत को मिटाने वाले,
क्योकि आग मे तपती राजपूत की जवानी है !
जिन्दगी बदलने के लिए लड़ना पड़ता है,
और आसान करने के लिए समझना पड़ता है !
जब तक माथे पर लाल रंग नहीं लगता,
तब तक राजपूत किसी को तंग नहीं करता,
सर चढ़ जाती है ये दुनिया भूल जाती है,
के राजपूत की तलवार को कभी जंग नहीं लगता !
हम बदलते है तो निज़ाम बदल जाते है,
सारे मंजर सारे अंजाम बदल जाते है !
मगरमच्छ की पकड़ और राजपूतों की,
अकड़ जबरदस्त होती है !
कैसा लगा दोस्तों आपको हमारा यह Rajput Shayari पोस्ट उम्मीद करते हैं आपको बहुत पसंद आया होगा यदि पसंद आया तो कमेंट करके जरुर बताएगा ।